Saturday, December 24, 2011

बॉम्बे सैंडविच

सुनो तो ज़रा
हुई क्या खता
जो तुम यूँ 
सामने न आते

मेरे गिटार पे
जो धुन सवार है
वो तुम क्यूँ
मेरे साथ न गाते

कहो तो मोड़ लूँ
पल्सर अपनी
तुम रास्ते पे
मुझको मिल जाना

बॉम्बे सैंडविच की
चौक पे
मेरे संग  
स्पैनिश क्लासेस आना

1 comment:

Anonymous said...

After reading this poem, the guy will go to all classes with you. :P