Saturday, September 24, 2011

कश्ती

 
हमारे तो अरमान कागज़ की कश्ती में बहते  हैं|
थोड़ी सी बारिश हुई नहीं कि
उत्तरपुस्तिका के कोरे पन्नों से
हम अरमानों की कश्ती बनाकर
गली की पतली धारा में बहा देते हैं|
फिर उन अरमानों को बारिश निगले
या पड़ोस का गप्पू हथिया ले,
परवाह नहीं|
हमने तो बस अरमानों की कश्ती छोड़ दी,
अब वो किस मंजिल पे
किस धारा से होकर जायेगी,
परवाह नहीं|  

Friday, September 23, 2011

ये पल

जो ये पल गया फिसल
मेरी कलम तू ज़रा संभल
एक अहसास फिसल जाएगा
एक कहा अनकहा कहलायेगा 
इस कोरे कागज़ की बुलंदी का
एक अफ़साना सतह की लहरों को
देखता-देखता डूब जाएगा

आज मैं देखता हूँ

आज मैं देखता हूँ
खुद को खुद की निगाहों से 

दूसरों को तो बहुत देखा
कभी उन्हें चाहा कभी किया अनदेखा 

दूसरे  भी मुझे देखते हैं
कभी मुस्कुराते कभी घूरते हैं

यूँ ही देखते देखते मैं उनकी 
और वे मेरी आँखों में देखते हैं

कुछ मैं सोचता हूँ, कहता हूँ 
कुछ वे सोचते, कहते हैं

थोड़ा मैं उन्हें समझता हूँ
थोड़ा वे मुझे समझते हैं

फिर पूछता हूँ मैं खुद से
क्या हम खुद को समझते हैं

क्या मैं खुद को समझता हूँ
क्या मैं खुद को देखता हूँ
खुद की निगाहों से

आज मैं देखता हूँ
खुद को खुद की निगाहों से

Tuesday, September 20, 2011

Meditation

Sometimes, meditation leaves you with a state of ecstasy. Every pore of your body feels relaxed and smiles. Now, if the earliest steps are so blissful, I wonder what lies ahead.

Sunday, September 11, 2011

Most Unusual

I (handing over 20 bucks): Aapke paas 5 rupaye hain?
Autowallah searches shirt's pocket. Then, pant's pockets.
Gives 10 bucks back to me. Says, it's OK. Leaves.
I stand speechless! 

Saturday, September 10, 2011

Quiet, Please!

Silence is the best listener. It hears everything anyone ever says.

Dhat, Paaagal!

Today, I fell in love with a blank sheet of paper. I am going to adore her with my pencil.

Friday, September 09, 2011

Cute Quote



The ultimate formula to end all attachment and attain liberation:
1. Fall in love, truly, deeply. 
2. Let it go.